प्रियंका कटारे
युवा साहित्यकार प्रियंका कटारे को मैं एक ऑडियो स्क्रिप्ट लेखिका के तौर पर जानता था लेकिन उनकी कविताओं से गुजरते हुए मुझे ऐसा लगा जैसे प्रियंका जी मूलतः एक कवयित्री हैं, बाद में स्क्रिप्ट राइटर। उनकी शख्सियत में एक संवेदनशील कवि चुपचाप छिपा बैठा है, जिसकी नज़र से आस-पास घटित हो रही घटनाएँ, मानवीय संबंध और संवेदनाएँ अछूती नहीं रह पातीं हैं। इस युवा कलमकार द्वारा रचित विभिन्न ऑडियो धारावाहिकों को प्रमुख ऑडियो ओ.टी.टी. प्लेटफॉर्म्स जैसे कुकू एफ.एम., पॉकेट एफ.एम., प्रतिलिपि आदि पर अब तक लाखों (मिलियंस) श्रोताओं ने सुना और पसंद किया है। ऑडियो स्क्रिप्ट लेखन के विविधरंगी संसार में अब उन्होंने नॉन-फिक्शन लेखन के क्षेत्र में भी कदम रखा है, जिसे लाखों श्रोताओं द्वारा सराहा जा रहा है।
विभिन्न साझा-संकलनों, पत्र-पत्रिकाओं में उनकी रचनाएँ प्रकाशित हुईं हैं, जिनमें नई दुनियाँ, दैनिक जागरण, पुष्पांजलि टुडे एवं नवीन साहित्य कदम प्रमुख हैं। इस पुस्तक ‘इंद्रधनुष’ के माध्यम से वे अपने पहले काव्य-संग्रह के साथ साहित्य जगत में उपस्थित हुईं हैं। इस पुस्तक के आठ खण्डों में उनकी एक सौ रचनाओं को संकलित किया गया है।